3 Nov 2016
4 Oct 2015
ईद-ए-ग़दीर क्या है?
27 Jul 2015
बकी और क़ुद्स पर सियासत क्यों?
तहरीर: सय्यद नजीबुल हसन जैदी
सोशल मीडिया पर मेरी तरह आप की निगाहों से भी इस किस्म की
पोस्ट ज़रूर गुजरी होगी “कहा है क़ुद्स का प्रोग्राम करने वाले? कहा है फिलिस्तीन
की आज़ादी के लिए मुज़हेरे करने वाले? कहा है बैतूल मुक़द्दस के सिलसिले में जुलूस
निकलने वाले? बाकी वीरान है, हमारे चार इमामो की क़ब्रे सुनसान है, लेकिन न क़ुद्स
के जुलूस निकलने वालो की खबर है न फिलिस्तीन का दम भरने वालो का पता; क्या जन्नतुल
बकी की अजमत और मज्लुमियत बैतूल मुक़द्दस से कम है जो आज इन्हेदामे जन्नतुल बकी पर
वो लोग खामोश है जो क़ुद्स क़ुद्स करते घूमते है?
तहरीर: सय्यद नजीबुल हसन जैदी
2 Jun 2015
जवानों में भरोसा, एक दुसरे की इज्ज़त और इत्तेहाद की लगन कैसे बड़ाई जाए?
जवानो में भरोसा, एक दुसरे की इज़्ज़त और इत्तेहाद की लगन कैसे बढ़ाई जाए?
12 May 2015
13 रजब का जुलूस, मसला-ए-जैनाबिया और कौम के जवान
13 रजब का जुलूस, मसला-ए-जैनाबिया और कौम के जवान
11 May 2015
Sayyad ki Ghair Sayyad se Shadi
(Al Kafi vol, 8, pg. 182, sifat us shia, hadith
रुसुमात और ओलेमा की बेहुरमती
रुसुमात और ओलेमा की बेहुरमती
"जब उनसे कहा जाता है की जो अल्लाह ने नाजिल किया है उसकी पैरवी करो; तो कहते है की नहीं! हम तो उसी तरीके से चलेगे जिस पर हमने अपने ...
ईद-ए-ग़दीर क्या है?
ईद-ए-ग़दीर क्या है?
18 ज़िल्हज्ज की तारीख आते ही “ईद-ए-ग़दीर मुबारक” के मेसेज व्हाट्स अप पर आने लगते है; लेकिन इन मेसेज में ईद के बारे में कम और किसी ...
बकी और क़ुद्स पर सियासत क्यों?
बकी और क़ुद्स पर सियासत क्यों?
तहरीर: सय्यद नजीबुल हसन जैदी सोशल मीडिया पर मेरी तरह आप की निगाहों से भी इस किस्म की पोस्ट ज़रूर गुजरी होगी “कहा है क़ुद...
जवानों में भरोसा, एक दुसरे की इज्ज़त और इत्तेहाद की लगन कैसे बड़ाई जाए?
जवानों में भरोसा, एक दुसरे की इज्ज़त और इत्तेहाद की लगन कैसे बड़ाई जाए?
जवानो में भरोसा, एक दुसरे की इज़्ज़त और इत्तेहाद की लगन कैसे बढ़ाई जाए? हमारे पालनेवाले ने हमें एक दुनिया बनाकर उसमे एक साथ रहने...
13 रजब का जुलूस, मसला-ए-जैनाबिया और कौम के जवान
13 रजब का जुलूस, मसला-ए-जैनाबिया और कौम के जवान
13 रजब का जुलूस, मसला-ए-जैनाबिया और कौम के जवान अगर हमें किसी कौम के जिंदा या मुर्दा होने की जांच करनी है तो देखना होगा की...
Sayyad ki Ghair Sayyad se Shadi
Sayyad ki Ghair Sayyad se Shadi
“नस्ल और नसब की फजीलत सिर्फ तब है जब इंसान मुत्तकी हो, वरना नहीं!” अल काफी में इमाम जाफ़र सादिक (अ) फरमाते है के जब रसुलेखुदा (स) ने ...

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