- क्या लोग सही डायरेक्शन में समझ रहे है? क्या लोग सही चीज़ सोच रहे है?
- क्या लोग constructive चीज़े सोचे रहे है या लढाई झगडे में लगे हुए है?
13 Dec 2016
Qaum ki halat: Media se qareeb - Olema se Dur
3 Nov 2016
रुसुमात और ओलेमा की बेहुरमती
Rusumaat aur Olema ki behurmati
11 Oct 2016
करबला - इंकेलाबी या रुसुमी?
Karbala – Inqelabi ya Rusumi?
9 Oct 2016
Muharram aur Mazloom ki Himayat
*शब्बीर अगर तेरी अज़ादारी ना होती..*
*मज़लूम की दुनिया में तरफदारी ना होती।*
यह जुमले नदीम सरवर के नौहे के बंद नहीं बल्कि मुहर्रम में और अपनी ज़िन्दगी में हर मज़लूम के लिए आवाज़ उठाने के लिए पैग़ाम है।
लेकिन अफ़सोस, इन्ही मुहर्रम के दिनों में *ज़ालिम सऊदी हुकूमत* मज़लूम *यमन* पर _*अमेरिका, बर्तानिया और इजराइल*_ की मदद से हमले कर के हज़ारों मज़्लूमो की जान ले रहा है और हमारे मिम्बर खामोश है।
*अपने आप से सवाल करीये ऐसा क्यों?* 🤔🤔
क्या हमने हमारे ज़ाकिरो से इस मसले पर बात करी?
क्या ज़ाकिरो को यह एहसास है कि हम ज़िंदा क़ौम है और दुनिया में हो रहे मसाएल से बाख़बर है?
अगर हमने अभी तक ऐसा नहीं किया है तो आज ही अपने मकामी ज़ाकिर से कहिये की *मुहर्रम के इन मुक़द्दस दिनों में शोहोदा ए यमन पर रौशनी डाले। अगर ज़ाकिर को इस मौज़ू के बारे में पता नहीं है तो वे पता कर के इस ज़रुरी बात को रखे*
हमारी बेदारी हमे ज़िंदा रखेगी और हमारी आने वाली नस्लो तक मुहर्रम का पैग़ाम पहुँचेगा।
www.qaumihalaat.in
16 Jul 2016
Ummat ya Rewad / Bhed
22 Jun 2016
Hindustan ke Shia Aur Siyasat ki soch
11 May 2016
Imam Hussain (a) – Zulm ke khilaaf mazboot diwaar
3 May 2016
Shia Personal Law Board aur Shia People's Party - Kuch Sawalaat!!
कौम की हालत: मीडिया से करीब - ओलेमा से दूर
हर कौम का फ्यूचर इस बात पर डिपेंड करता है कि समाज के लोगो की सोचने की ताक़त कैसी है. क्या लोग सही डायरेक्शन में समझ रहे है? क्या लोग...
Qaum ki halat: Media se qareeb - Olema se Dur
Har qaum ka future is baat par depend karta hai ki samaj ke logo ki sochne ki taqat kaisi hai. Kya woh log sahi direction me samajh rahe h...
रुसुमात और ओलेमा की बेहुरमती
"जब उनसे कहा जाता है की जो अल्लाह ने नाजिल किया है उसकी पैरवी करो; तो कहते है की नहीं! हम तो उसी तरीके से चलेगे जिस पर हमने अपने ...
Rusumaat aur Olema ki behurmati
"Jab unse kaha jaata hai ki jo Allah ne nazil kiya hai uski pairavi karo; to kehte hai ki nahi! Hum to usi tariqa se chalege jis ...
करबला - इंकेलाबी या रुसुमी?
करबला के वाक़ये को देखा जाए तो हर एक शहीद अपनी जान देने के लिए तैयार नज़र आता है. शबे आशूर सभी माएं और बहने अपने बच्चो और भाइयो की हौसला अफ़ज़...
Karbala – Inqelabi ya Rusumi?
Karbala ke waqye ko dekha jaae to har ek Shaheed apni jaan dene ke liye tayyar nazar aata hai. Shabe Aashur sabhi maae aur behne apne bach...
Muharram aur Mazloom ki Himayat
* शब्बीर अगर तेरी अज़ादारी ना होती.. * * मज़लूम की दुनिया में तरफदारी ना होती। * यह जुमले नदीम सरवर के नौहे के बंद नहीं बल्कि मुहर्रम में और...
Ummat ya Rewad / Bhed
Pichle kuch saalo me Hindustan ke siyasi mahol me bahot se changes hue hai jisse Musalman aur khas kar Shia Qaum achuti nahi rahi hai. Inh...
Hindustan ke Shia Aur Siyasat ki soch
Aam taur par Hindustan me Shia qaum me siyasat ko ek napaak aur najis chiz se tabir kiya jata hai aur deen ko isse dur rakha jata ha...
Imam Hussain (a) – Zulm ke khilaaf mazboot diwaar
Imam Hussain (a) ek aisi shaksiyat hai jo zulm ke khilaaf ek mazboot diwaar nazar aate hai. Aap (a) ki wiladat hijrat ke baad Madi...
Shia Personal Law Board aur Shia People's Party - Kuch Sawalaat!!
Hindustan me Shia qaum ke representation ka sawal ek aisa sawal hai jiska jawab milna bahot mushkil nazar aata hai. Agar Qaum ke dasta...